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कविता -पुस्तक गले लगा लो उस पुस्तक को जिसने बदल दिया तकदीर एक नहीं हर जनम जनम तक पूजे जाते हैं तस्वीर पुस्तक नहीं यह ज्ञानदायिनी भाग्य संवारे भाग्यवाहिनी भरी खजाना ...